जानिए मातंगी स्तोत्र का रहस्य, आध्यात्मिक लाभ, विधि और दस महाविद्याओं में उनकी भूमिका। वाणी सिद्धि, आकर्षण और विद्या हेतु सर्वोत्तम साधना।
बटुक भैरव स्तोत्र: महिमा, लाभ और पूजन विधि
बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ जीवन में भय से मुक्ति, मानसिक शांति और कष्टों से राहत दिलाता है। जानें बटुक भैरव की पूजा विधि, लाभ और FAQs के बारे में।
सावन में शिव बिल्वाष्टकम स्तोत्रम पाठ के चमत्कारी लाभ | कब और कैसे करें पाठ?
शिव बिल्वाष्टकम स्तोत्रम : सावन मास में भगवान शिव की कृपा पाने के लिए बिल्वाष्टकम् का पाठ अत्यंत शुभ माना जाता है। यह स्तोत्र न केवल पापों का नाश करता है, बल्कि मानसिक शांति, रोग निवारण और मोक्ष की प्राप्ति में भी सहायक है। जानिए इसके अद्भुत लाभ, पाठ विधि और सही समय।
महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् – देवी दुर्गा की स्तुति का दिव्य ग्रंथ
महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् देवी दुर्गा की महिमा का गुणगान करता एक प्रसिद्ध स्तोत्र है, जिसकी रचना आदि शंकराचार्य ने की थी। यह स्तोत्र देवी के महिषासुर पर विजय की गाथा को दर्शाता है और शक्ति, भक्ति तथा साहस का प्रतीक है। संस्कृत में रचित इस स्तोत्र में देवी की विभिन्न लीलाओं, स्वरूपों और उनके दैवीय गुणों का सुंदर वर्णन मिलता है। यह पाठ साधकों को शक्ति, रक्षा और आत्मबल प्रदान करता है।
दक्षिण काली स्तोत्र (खड्गमाला स्तोत्रम): महत्व, पाठ विधि और लाभ की संपूर्ण जानकारी
खड्गमाला स्तोत्र, जिसे दक्षिण काली स्तोत्र भी कहा जाता है, एक शक्तिशाली तांत्रिक पाठ है जो देवी काली की उपासना में किया जाता है। जानें इसका महत्व, लाभ, सही पाठ विधि और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न इस विस्तृत लेख में।
दस महाविद्या स्तोत्र: पाठ विधि, लाभ व महत्व | हिंदी में
दस महाविद्या स्तोत्र का महत्व, पाठ विधि, लाभ और हर देवी का स्वरूप जानें। शत्रु नाश, तांत्रिक रक्षा व आत्मिक शक्ति हेतु पढ़ें।
शमशान काली स्तोत्र: संपूर्ण पाठ, लाभ, अर्थ व जाप विधि
शमशान काली स्तोत्र का संपूर्ण पाठ, अर्थ, महत्त्व और जाप विधि हिंदी में। जानिए देवी काली के शमशान रूप की तांत्रिक साधना, इससे मिलने वाले लाभ, और सही पाठ की विधि। तांत्रिक साधकों के लिए विशेष जानकारी।
श्री काली तांडव स्तोत्रम्: अर्थ, लाभ, महत्व और पाठ विधि
श्री काली तांडव स्तोत्रम् का पाठ, उसका आध्यात्मिक महत्व, चमत्कारी लाभ और पाठ की सही विधि जानिए इस विस्तृत लेख में। डर, बाधा और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति के लिए नित्य पाठ करें।







