तारा देवी स्तोत्र : तारा देवी की उपासना से भय, रोग, बाधा और अज्ञानता से मुक्ति मिलती है। यह साधना मानसिक शांति, आध्यात्मिक जागृति और ज्ञान की प्राप्ति में सहायक है। जीवन में आने वाले संकटों को दूर कर तारा माँ भक्तों को मोक्ष और सुरक्षा प्रदान करती हैं।
अर्गला स्तोत्रम्: लाभ, पाठ विधि और सम्पूर्ण अर्थ (2025)
अर्गला स्तोत्रम् का महत्व, संपूर्ण पाठ, अर्थ, पाठ विधि और लाभ हिंदी में जानिए। देवी दुर्गा की कृपा पाने हेतु यह स्तोत्र अचूक साधन है।
दुर्गाष्टोत्तर स्तोत्र | देवी दुर्गा के 108 नाम, महत्व और पाठ विधि
दुर्गाष्टोत्तर स्तोत्र में देवी दुर्गा के 108 नामों का उल्लेख है। इसे पढ़ने से जीवन में शक्ति, रक्षा और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। पढ़ें पाठ विधि और लाभ।
महालक्ष्मी स्तोत्र, लाभ, पाठ विधि और पूजा का महत्व
महालक्ष्मी स्तोत्र देवी लक्ष्मी की स्तुति का एक शक्तिशाली स्तोत्र है, जो धन, वैभव, और सुख-समृद्धि की प्राप्ति में सहायक माना जाता है। इस लेख में आपको मिलेगा स्तोत्र का शाब्दिक अर्थ, पाठ विधि, पूजन नियम, लाभ और आधुनिक जीवन में इसकी उपयोगिता की विस्तृत जानकारी।
सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र, संपूर्ण पाठ, लाभ और महत्व
सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र: इस लेख में हम सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र के महत्व को जानेंगे और कैसे यह हमारे जीवन को प्रेरित करता है। यह धार्मिक पाठ हमें आत्मिक उन्नति के मार्ग पर ले जाता है।
मां विंध्यवासिनी स्तोत्रम्: महिमा, पाठ विधि और लाभ
जानें मां विंध्यवासिनी स्तोत्रम् का महत्व, पाठ विधि, लाभ और चमत्कारी प्रभाव। मां विंध्यवासिनी स्तोत्रम् की महिमा, पौराणिक कथा, पाठ विधि, स्तोत्र पाठ के लाभ और आध्यात्मिक महत्व को दर्शाता है। जानें कैसे यह चमत्कारी स्तोत्र भय, रोग, संकट और जीवन की बाधाओं को दूर करता है और भक्तों को दिव्य शक्ति प्रदान करता है।
काली हृदय स्तोत्र: माँ काली के दिव्य हृदय की साधना
श्री काली हृदय स्तोत्रम् का संपूर्ण पाठ, इसके पाठ करने की विधि, अद्भुत लाभ और आध्यात्मिक महत्व जानिए इस विस्तृत लेख में। माता काली की कृपा पाने के लिए नित्य पाठ करें।
अपराजिता स्तोत्र – दैवीय शक्ति का अनावरण और अपराजिता स्तोत्र – माँ दुर्गा की दिव्य शक्ति और वीरता का अनावरण
अपराजिता स्तोत्र : हिंदू धर्मग्रंथों में अपराजिता स्तोत्र के महत्व का पता लगाएं, जो मां दुर्गा और उनकी अजेय शक्ति को समर्पित है। उसकी दिव्य शक्ति की महिमा का पता लगाएं।
भवानी अष्टकम् : अर्थ, लाभ, महत्व और पाठ विधि (हिंदी में)
भवानी अष्टकम्, आदि शंकराचार्य द्वारा रचित एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो देवी पार्वती को समर्पित है। यह स्तोत्र आत्मसमर्पण, भक्ति और देवी कृपा का मार्ग दिखाता है। जानिए इसका अर्थ, पाठ विधि, लाभ और अधिक — संपूर्ण जानकारी हिंदी में।